आख़िर ऐसा क्या हुआ कि इंडिगो को इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं? मंगलवार को लगातार बढ़ रही उड़ान रद्दीकरण की घटनाओं के बीच इंडिगो एयरलाइन के शीर्ष अधिकारी DGCA के दफ्तर पहुंचे। नियामक ने दोपहर 2 बजे एयरलाइन प्रबंधन को इसलिए बुलाया, क्योंकि सिर्फ तीन प्रमुख एयरपोर्ट—दिल्ली, हैदराबाद और अहमदाबाद—से ही 100 से ज़्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी थीं, जबकि मुंबई में अकेले इंडिगो की 85 फ्लाइटें कैंसिल बताई गईं।
एयरलाइन की ओर से “कैलिब्रेटेड ऑपरेशन” का दावा किए जाने के बावजूद देशभर में उड़ानों का रद्द होना और देरी का सिलसिला जारी है, जिससे हालात लगातार बिगड़ते दिख रहे हैं। हालांकि DGCA ने अब तक किसी औपचारिक जांच का ऐलान नहीं किया है, लेकिन अधिकारियों के अनुसार यह कदम सिर्फ मौजूदा अव्यवस्था को समझने और उसका डेटा इकट्ठा करने के लिए उठाया गया है।
इंडिगो की परेशानी अब अन्य एयरलाइंस को भी प्रभावित कर रही है। सूत्रों का कहना है कि कई एयरपोर्ट्स पर इंडिगो के विमान लंबे समय तक पार्किंग बेज़ पर खड़े रहते हैं, जिससे एयर इंडिया, अकासा और स्पाइसजेट जैसी कंपनियों की उड़ानों में भी देरी हो रही है। पुणे एयरपोर्ट पर तो इंडिगो के कारण हुई भीड़ और बेज़ ऑक्युपेंसी ने अन्य ऑपरेटरों की समयसारिणी बिगाड़ दी।
इधर एयर इंडिया भी इसी कारण ऑपरेशनल डिले झेल रही है, हालांकि एयरलाइन ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। पुणे और मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों के विरोध के कारण एयर इंडिया की सेवाओं में भी व्यवधान आया है।
देशभर में उड़ानों की स्थिति:
- दिल्ली में कुल 191 उड़ानें रद्द हुईं, जिनमें 48 इंडिगो के डिपार्चर और 47 अराइवल शामिल हैं।
- मुंबई में 85 उड़ानें रद्द रहीं।
- हैदराबाद में 68 उड़ानें कैंसिल हुईं।
- अहमदाबाद में 5 उड़ानें रद्द की गईं।
संकट कैसे बढ़ा?
सुबह से ही इंडिगो की उड़ानों में बड़े पैमाने पर देरी और रद्दीकरण शुरू हुआ। DGCA ने गंभीर हालात को देखते हुए इंडिगो अधिकारियों को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया। विभिन्न एयरपोर्ट्स पर बेज़ पर खड़े विमानों के कारण एयर ट्रैफिक प्रभावित हुआ और अन्य एयरलाइंस की समयसारिणी भी बिगड़ गई। पुणे एयरपोर्ट पर यात्रियों के विरोध प्रदर्शन ने हालात और अधिक जटिल बना दिए।